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Wednesday, March 3, 2021

"पगडंडियाँ"

  "सभी अपना-अपना काम करें..इधर-उधर तांका-झांकी नहीं” परीक्षा-कक्ष में पहुँचते ही प्राध्यापक विनय ने आवश्यक कार्यो की पूर्ति करते हुए परीक्षार्थियों को  निर्देश दिया । घंटे भर बाद किसी परीक्षार्थी ने पूरक उत्तर-पुस्तिका की मांग की । विनय की पीठ जैसे ही परीक्षार्थियों की तरफ हुई ,कानाफूसी के स्वर खामोशी को भंग करने लगे ।

 विनय ने गंभीरता से सबको अपना अपना काम करने का आदेश दे कर फिर से बैठक व्यवस्था के मध्य कक्ष में घूमना शुरू कर दिया । चौकसी अपने चरम पर थी । वह देख रहा था कि जैसे-जैसे समय आगे खिसक रहा है  वैसे वैसे पूरक उत्तरपुस्तिकाओं की मांग और फुसफुसाहटें बढ़ रही हैं । अनुशासन और नकल रोकने के लिए अब दंड की घोषणा अनिवार्य हो गई थी ।

"अब की बार किसी को सिर घुमाते या बात करते देखा तो उत्तर-पुस्तिका छीन कर कक्षा -कक्ष से बाहर कर दूंगा ।"--  विनय ने सख़्ती से कहा । ‘सर ! 'पगडंडियों का जमाना है ।'- किसी परीक्षार्थी ने तपाक से उत्तर दिया और उसी के साथ दबी-दबी हँसी परीक्षा कक्ष के हर कोने में फैलने की कोशिश करने लगी । "पगडंडियों पर भागने वाले अक्सर मुँह के बल भी गिर जाया

करते हैं।"- शांत भाव से विनय ने नसीहत दी।

शेष समयावधि में हँसी और कानाफूसी सिमट कर कक्ष की दीवारों में समा गई और पंखे की खड़-खड़  विनय के जूतों की आवाज के साथ सुर-ताल बिठाने के प्रयास में लगी रही ।


***

56 comments:

  1. आपकी लिखी रचना "सांध्य दैनिक मुखरित मौन में" आज बुधवार 03 मार्च 2021 को साझा की गई है.........  "सांध्य दैनिक मुखरित मौन में" पर आप भी आइएगा....धन्यवाद!

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  2. "सांध्य दैनिक मुखरित मौन में" सृजन को साझा करने के लिए सादर आभार यशोदा जी।

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  3. वाह... दिलचस्प लघुकथा

    बधाई प्रिय मीना जी 🙏

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    1. उत्साहवर्धन करती प्रतिक्रिया के लिए हृदयतल से असीम आभार प्रिय वर्षा जी 🙏

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  4. सारगर्भित एवम रोचक कहानी..उत्कृष्ट रचना..

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    1. उत्साहवर्धन करती प्रतिक्रिया के लिए हृदयतल से असीम आभार जिज्ञासा जी!

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  5. वाह! दिलचस्प,सारगर्भित,सुन्दर रचना मीना जी।

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    1. उत्साहवर्धन करती प्रतिक्रिया के लिए हृदयतल से असीम आभार सधु चन्द्र जी।

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  6. प्रेरक लघु कथा । विचारणीय ।

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    1. उत्साहवर्धन करती आपकी बहुमूल्य प्रतिक्रिया के लिए हृदयतल से असीम आभार 🙏

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  7. वाह!गज़ब दी।
    बहुत ही सुंदर और सराहनीय।

    पगडंडियों पर भागने वाले अक्सर मुँह के बल भी गिरा
    करते हैं।"- शांत भाव से विनय ने नसीहत दी।..प्रेरक लघुकथा।
    सादर

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    1. आपकी अनमोल ऊर्जावान प्रतिक्रिया के लिए सस्नेह आभार अनीता जी।

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  8. आपकी इस प्रस्तुति का लिंक 04.03.2021 को चर्चा मंच पर दिया जाएगा| आपकी उपस्थिति मंच की शोभा बढ़ाएगी
    धन्यवाद

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    1. चर्चा मंच पर सृजन साझा करने हेतु सादर आभार आदरणीय
      दिलबाग सिंह जी ।

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    1. हार्दिक आभार शिवम् जी ।

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  10. आपकी लिखी रचना ब्लॉग "पांच लिंकों का आनन्द" ( 2057..."क्या रेड़ मारी है आपने शेर की।" ) पर गुरुवार 04 मार्च 2021 को साझा की गयी है.... पाँच लिंकों का आनन्द पर आप भी आइएगा....धन्यवाद!



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    1. "पांच लिंकों का आनन्द" में सृजन साझा करने हेतु सादर आभार आदरणीय रवीन्द्र सिंह जी ।

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  11. "पगडंडियों पर भागने वाले अक्सर मुँह के बल भी गिरा करते हैं।"

    गिर ही तो रहें है और कितना गिरेंगे पता नहीं,सुंदर संदेश देती लघु कथा,सादर नमन मीना जी

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    1. चिंतनपरक हृदयस्पर्शी प्रतिक्रिया के लिए हार्दिक आभार कामिनी जी । सादर नमन ।

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    2. वाह!मीना जी ,सुंदर संदेशात्मक सृजन ।

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    3. आपकी सारगर्भित प्रतिक्रिया से सृजन सार्थक हुआ हार्दिक आभार शुभा जी !

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  12. सारगर्भित व शिक्षाप्रद रचना - - नमन सह।

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    1. सराहना सम्पन्न प्रतिक्रिया के लिए हृदयतल से आभार शांतनु सर ! सादर नमन ।

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  13. Replies
    1. सराहना सम्पन्न प्रतिक्रिया के लिए हृदयतल से आभार सर!

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  14. वाह!मीना जी एक पंक्ति में पुरा सागर कह दिया आपने,आज ये पगडंडियों पर चलकर सब कुछ हासिल करने की दौड़ कितना और कितनों को गिरा ही तो रही है।
    बहुत गहन चिंतन देती सुंदर लघुकथा।
    सस्नेह।

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    1. आपकी हृदयस्पर्शी ऊर्जावान प्रतिक्रिया से सृजन को सार्थकता मिली । हृदयतल से हार्दिक आभार । सस्नेह ।

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  15. बहुत सुंदर,प्रेरक लघुकथा सखी 👌

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    1. आपकी सराहना सम्पन्न प्रतिक्रिया से सृजन को मान मिला हृदयतल से आभार सखी 🙏🌹

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  16. बोध देती सुंदर लघु कथा

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    1. आपकी सराहना सम्पन्न प्रतिक्रिया से सृजन को मान मिला हृदयतल से हार्दिक आभार 🙏

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  17. सुंदर सन्देश देती लघुकथा।

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    1. सराहना सम्पन्न प्रतिक्रिया से सृजन को मान मिला हृदयतल से हार्दिक आभार ज्योति जी ।

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  18. बहुत अच्छी लघुकथा है यह आपकी मीना जी । मुझे बड़ी पसंद आई ।

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    1. सराहना सम्पन्न प्रतिक्रिया के लिए हृदयतल से आभार जितेन्द्र जी!

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  19. दीर्घ अर्थ वाली लघुकथा

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    1. सराहना सम्पन्न प्रतिक्रिया के लिए हृदयतल से आभार सर!

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  20. बहुत अच्छी लघुकथा
    बधाई

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    1. सराहना सम्पन्न प्रतिक्रिया के लिए हृदयतल से आभार सर!

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  21. बहुत सुन्दर लघुकथा

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    1. हृदयतल से आभार मनोज जी ।

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  22. Replies
    1. हार्दिक आभार कुमार गौरव अजीतेन्दु जी ।

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  23. बढ़िया लघु कथा है। आपको अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस की ढेरों शुभकामनाएँ।

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    1. आपकी सारगर्भित प्रतिक्रिया ने सृजन को सार्थकता प्रदान की
      वीरेंद्र जी । हार्दिक आभार प्रतिक्रिया एवं शुभकामनाओं हेतु🙏

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  24. बहुत सुन्दर सारगर्भित लघुकथा।
    पगडंडियों पर भागने वाले अक्सर मुँह के बल भी गिरा करते हैं।
    सुन्दर संदेशपरक....

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    1. आपकी सारगर्भित प्रतिक्रिया ने सृजन को सार्थकता प्रदान की
      हृदयतल से हार्दिक आभार सुधा जी ।

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  25. सुन्दर लघुकथा, संदेशप्रद

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    1. हार्दिक आभार विमल कुमार शुक्ल जी ।

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  26. सुंदर और प्रेरक लघु कथा, मीना जी नमस्कार

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    1. नमस्कार ज्योति जी 🙏
      आपकी स्नेहिल उपस्थिति से सृजन को सार्थकता मिली ।

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  27. परीक्षा भवन की यादें ताजा हो गई.. बहुत खूब

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    1. हार्दिक आभार हरीश जी ।

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  28. बहुत मनोरंजक दिशा बोध करती सुन्दर रचना

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  29. सराहना सम्पन्न प्रतिक्रिया के लिए हृदयतल से आभार सर!

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